राजेश रंजन सिंह
दिल्ली टूरिज्म विभाग पश्चिमी दिल्ली के लोगों के लिए टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर दिल्ली हाट तैयार कर रहा है। 8 एकड़ में लगभग 120 करोड़ की लागत से बन रहे जनकपुरी स्थित दिल्ली हाट बनाने का काम अपने आखिरी चरण में है। आई.एन.ए. और पीतमपुरा दिल्ली हाट के बाद जनकपुरी दिल्ली हाट राजधानी का तीसरा और क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा दिल्ली हाट होगा। पर्यावरण के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए भी यहां पर हरियाली का बखूबी ख्याल रखते हुए टैरेस पर भी विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं हाट की दीवारों पर भी तरह-तरह के डिजाइन तैयार किये गये हैं। जनकपुरी में बन रहे इस हाट का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र होगा बांस से बने बास्केट टावर।
बास्केट टावर खास पहचान
जनकपुरी हाट में चार बास्केट टावर बनाये गये हैं। इन टावरों को आकर्षक स्वरूप देने और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए इन्हें ईंट के बजाय बांस से सुसज्जित किया जा रहा है। यहां पर करीबन सात हजार बांसों का उपयोग यहां किया गया है। ये बांस असम से विशेष तौर पर मंगाए गए हैं। यह सभी टावर तीन मंजिला है। इनकी ऊंचाई 8 मीटर है। इन टावरों में कैफेटेरिया, म्यूजिक सेंटर, लाइब्रेरी आदि शुरू किये जाने की योजना है।बास्केट टावर खास पहचान
एम्फिथिएटर और ऑडिटोरियम
इस हाट में एक ऑडिटोरियम बनाया गया है। जहां पर लगभग 800 लोगों के लिए बैठने का इंतजाम किया गया है। साथ ही 800 की क्षमता वाला एक एम्फिथिएटर का निर्माण भी किया जा रहा है। इसका मकसद यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का है।
फूड स्टॉल भी होगा वातानुकूलित
आईएनए और पीतमपुरा के दिल्ली हाटों में गर्मियों में लोगों का आना कम हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए जनकपुरी हाट में सभी फूड स्टॉलों को वातानुकूलित बनाया जा रहा है। इनकी संख्या 46 है। साथ ही शिल्पकला को प्रदर्शित करने के लिए इस हाट में 100 क्राफ्ट की दुकानें भी तैयार की गई है।
नहीं होगी पार्किंग की समस्या
पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए जनकपुरी दिल्ली हाट एंट्री गेट के पास ही पार्किंग के खास इंतजाम किये जा रहे हैं। यहां पर लगभग 500 वाहनों की पार्किंग सुगमता से हो सकेगी। जिसके चलते यहां आने वालों को पार्किंग की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।

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