“वर्षों पुरानी मांगे पूरी करने पर मुख्यमंत्री जी का कोटि कोटि धन्यवाद”


मैं माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा श्री मनोहर लाल जी का हार्दिक आभार एवं कोटि कोटि धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने हमारी मांगे जो कई वर्षो से लंबित थी और लगभग असम्भव सी प्रतीत हो रही थी न केवल उन्हें स्वीकृत किया अपितु लागू भी कर दिया । उदाहरणार्थ -

1.  सबसे लम्बी मांग गुडगांव विकास प्राधिकरण बनाने की थी । जिसके लिए जब वर्ष 2005 में मैं एडमिनिस्ट्रेटर हुडा गुडगांव के पद पर कार्यरत था तब से इसे बनाने के लिए संघर्ष कर रहा था । आज से लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व जब मैं और मुख्यमंत्री जी शताब्दी ट्रेन में चंडीगढ़ से दिल्ली आ रहे थे तब मैंने उनसे प्रार्थना की थी कि गुरुग्राम के विकास के लिए एक प्राधिकरण होना आवश्यक है तब उन्होंने मुझे बताया था कि इसके गठन में कुछ कानूनी अडचने है । इस पर मैंने उनसे अनुरोध किया था कि इसमें किसी प्रकार की कानूनी अडचने नहीं है बल्कि कुछ सीनियर अधिकारी प्राधिकरण का गठन नहीं होने देना चाहते। इसी चर्चा के दौरान मैंने मुख्यमंत्री जी को सुझाव दिया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इसके गठन के लिए एक संगोष्ठी की जाए और जिसमें देश के इस विषय के एक्सपर्ट्स, लीगल लुमिनरिज, सीनियर आईएएस आफिसर व संबांधित पक्षों को शामिल किए और चर्चा के बाद जो निष्कर्ष आए उस पर आप फैसला लें । इस सुझाव को मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर संगोष्ठी के लिए अपनी अनुमति प्रदान कर दी । उस समय मैं महानिदेशक हिपा के पद पर कार्यरत था तब जीडीए के विषय पर संगोष्ठी कराई गई जिसमे देश के जाने माने लीगल एक्सपर्ट्स, देश की विभिन्न डेवलपमेंट अथोरिटी के चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन, वरिष्ठ अधिकारी व अन्य सभी स्टेक होल्डर्स जैसे आरडब्लूए,उद्योग एवं व्यापार एसोसिएशन, विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियो ने भाग लिया । संगोष्ठी में आए विचारों, सुझावों का संकलन करने के लिए पूर्व मुख्य सचिव एमसी गुप्ता की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन हुआ । कमेटी ने दोबारा से सभी संबंधित पक्षों से चर्चा करके जीडीए का एक ड्राफट तैयार किया और सरकार को निर्णय हेतु भेज दिया । कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने ड्राफट पर असहमति जताई और इसके गठन में रोडा अटकाने की कोशिश की । लेकिन मुझे बताते हुए हर्ष होता है कि मुख्मंत्री जी ने किसी की परवाह ना करते हुए, जो आज की परिस्थितियों में असंभव सा जान पड़ता था, प्रांत हित में साहसिक एवं ऐतिहासिक निर्णय लिया और इसको जल्दी से लागू करने हेतु आर्डिनेंस जारी किया। इसके लिए निसंदेह मुख्यमंत्री जी बधाई के पात्र हैं । मेरा उनसे विनम्र निवेदन है कि वे इस प्राधिकरण को देश का सबसे शक्तिशाली प्राधिकरण बनाए जिससे गुरुग्राम एवं प्रदेश का विकास अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का हो । लोगो की समस्याओं का समाधान शीघ्रता से हो ।

2. कामधेनु गोधाम, बिस्सर - अकबरपुर जिला नूंह में स्थित है जो अब मेरी कर्मभूमि बन चुकी है । इस क्षेत्र के पांच गाँव बिस्सर अकबरपुर, कोटा, सराय, दादू एवं गनअगनी में पिछले कई वर्षों से बिजली रुरल डोमेस्टिक सप्लाई नहीं थी । बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने गांव की बिजली की आपूर्ति को डाइवर्ट कर बडे बडे फार्म हाउसिज ,रिजार्ट इत्यादि को 24 घंटे अवैध रुप से दी जा रही थी । जब यह मामला मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में लाया गया तब उन्होंने तुरंत कार्यवाही करके इन पांचो गाँवों की बिजली को रिस्टोर करवाया तथा उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही भी शुरु कर दी ।

इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री जी ने मेरे अनुरोध पर इस गांव को “म्हारा गाँव जगमग गाँव योजना” के अंतर्गत शामिल कर लिया है जिसके परिणाम स्वरूप इस गांव को जल्द ही आने वाले दिनों प्रतिदिन लगभग 15 घंटे बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी । बाद में बिजली आपूर्ति 24 घंटे हो जाएगी । जिसके लिए मैं एवं उपरोक्त गाँवों के लोग मुख्यमंत्री जी के बहुत ही आभारी हैं ।

3. कोटा-हसनपुर मार्ग जिसकी कई वर्षो से बुरी हालत थी । लोक निर्माण मंत्री श्री राव नरबीर सिंह जी कामधेनु गोधाम में आए और उन्होंने हमारी मांग पर उक्त सडक को जल्दी बनाने का आश्वासन दिया था। मुझे हर्ष है कि इस सड़क का निर्माण रिकार्ड समय में न ही केवल पूरा किया गया बल्कि चैडा भी कर दिया गया जिससे क्षेत्र के लोगों को बड़ी सुविधा हुई और यातायात का आवागमन सुगम हो गया । इसके लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री जी, श्री राव नरबीर सिंह जी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद करता हूँ ।

4. 26 नवम्बर 2016 को जब मुख्यमंत्री जी ने कामधेनु गोधाम में आरोग्य संस्थान, नेचर क्योर सेन्टर एवं वानप्रस्थ आश्रम का शिलान्यास किया था तब मैंने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री जी के समक्ष जनहित की केवल दो मांगे ही रखी थी । मैंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि गांव में आठवीं तक ही स्कूल है जिस कारण गांव की कन्याएं आगे की पढाई नहीं कर पाती थीं, इसे सीनियर सेकंडरी स्कूल तक अपग्रेड किया जाए। पूर्व सरकार में कई बार विभिन्न मंचों पर गांव के स्कूल को अपग्रेड करने की मांग रखी गई लेकिन केवल आश्वासन ही मिले । मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि उस मोके पर की गई प्रार्थना के बारे में कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री को पुन स्मरण कराया तो मामले की गंभीरता को समझते हुए तो उन्होंने इस मांग को भी स्वीकार कर लिया और गांव के मिडिल स्कूल को सीनियर सेकंडरी स्कूल तक अपग्रेड कर दिया । इस प्रकार अब इस गांव एवं आसपास के गावों की कन्याएं अपनी शिक्षा को उच्च शिक्षा को जारी रख सकेगी और “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” का जो नारा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिया है उसकी सार्थकता इस गांव में भी नजर आएगी। इस पवित्र कार्य के लिए मैं और आस पास के गाँव से सभी लोग मुख्यमंत्री जी के हार्दिक आभारी हैं । इसी मंच पर तावडू को सब-डिवजिन बनाने की मांग रखी गई थी और यहां पर हुडा सेक्टर में लघु सचिवालय बनाए जाए ताकि यहां के लोगों को नूंह न जाना पडे। मुझे बताते हुए अति हर्ष हो रहा है कि यह वर्षों पुरानी मांग भी मुख्यमंत्री जी ने स्वीकार कर ली है और घोषणा की है कि 15 अगस्त को एसडीएम तिरंगा झंडा फहराएगा ।

अतैव उपरोक्त सभी पुरानी मांगे मानने से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री जी प्रदेश के विकास और लोगो की भलाई के दुढसंकल्पित और कार्यरत हैं । मैं पुनः सभी मांगे पूरी करने पर कोटि कोटि धन्यवाद करता हूँ और आशा करता हूं कि निसंदेह उनके कुशल नेतृत्व में प्रदेश चहुमुखी विकास की ओर अग्रसर होगा ।

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