विज्ञान के क्षेत्र में हम 19 नहीं, 21 हैं - हर्षवर्धन


नयी दिल्ली, 23 जून: केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज कहा कि भारत विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति के मामले में आजदुनिया के अग्रणी देशों में है और अमेरिका, इंग्लैण्ड, जापान तथा कोरिया सहित 80 से अधिक देशों के साथ सहयोग कर रहा है। उन्होंने यह भीकहा कि मीडिया वैज्ञानिक नवोन्मेष से जन-जन को अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वे आज यहां विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीमंत्रालय तथा दिल्ली पत्रकार संघ द्वारा ‘वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के प्रसार में मीडिया की भूमिका’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोलरहे थे। सीएसआइआर के महानिदेशक डॉ गिरीश साहनी भी इस अवसर पर उपस्थित थे.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) देश को विज्ञान के क्षेत्र में ऊंचाइयों पर ले जाने के लिएनिरंतर काम कर रही है और हम विज्ञान के क्षेत्र में 19 नहीं, 21 हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के 1,203 सरकारी अनुसंधान संगठनों में भारत कीसीएसआईआर आज शीर्ष 12वें स्थान पर है। वहीं, दुनिया के कुल 5,147 अनुसंधान संगठनों में से सीएसआईआर शीर्ष 100 संगठनों में शामिलहै और इसका 99वां नंबर है।

मंत्री ने कहा कि भारत की विज्ञान वृद्धि दर कुल अंतरराष्ट्रीय विज्ञान वृद्धि दर के मुकाबले काफी अधिक है। नैनो प्रौद्योगिकी में देश आज तीसरेनंबर पर है। उन्होंने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में देश की उपलब्धियोंको याद करते हुए कहा कि यह भारत ही है जो एक साथ 104 उपग्रह एक साथ कक्षा में स्थापित कर सकता है। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश कीसुनामी चेतावनी प्रणाली एक बेहतरीन प्रणाली है तथा भारत आज अन्य तटवर्ती देशों को भी सुनामी पूर्व चेतावनी जारी करता है। यह देश केवैज्ञानिकों की काबिलियत की वजह से ही संभव हुआ है । उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिए छोटे विमान बनाने पर भी कामकर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक नवोन्मेष के प्रचार-प्रसार में मीडिया काफी बड़ी भूमिका निभा सकता है और वह निभा भी रहा है।

इस अवसर पर डॉ गिरीश साहनी ने सीएसआईआर द्वारा विज्ञान, प्रोद्योगिकी आदि क्षेत्र में किये जा रहे विभिन्न नवोन्मेशों से मीडिया को अवगत कराया. उन्होंने पीने के पानी को शुद्ध करने वाली चलती-फिरती लैब से लेकर मधुमेह के इलाज में कारगर आयुर्वेदिक दवाइयों तक अनेक अनुसंधानों का जिक्र किया. उन्होंने कहा की सीएसआईआर मानव जीवन के अनेक क्षेत्रों को निकट से प्रभावित कर रहा है.

दिल्ली पत्रकार संघ के अध्यक्ष मनोहर सिंह ने डॉ हर्ष वर्धन द्वारा १९९४ में शुरू किये गए पल्स पोलियो अभियान का स्मरण करते हुए कहा की उनके इस प्रयास से आज भारत पोलियो मुक्त हो सका है. उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय भी ऐसे प्रतिमान स्थापित करेगा जिन्हें भारत ही नहीं पूरा विश्व स्मरण रखेगा.

दिल्ली पत्रकार संघ के महासचिव प्रमोद कुमार ने डॉ हर्ष वर्धन को आश्वस्त किया कि उनके मंत्रालय द्वारा किये जा रहे जनोपयोगी अनुसंधानों को जन-जन तक पहुँचाने में दिल्ली पत्रकार के सदस्य पूर्ण मनयोग से सहयोग करेंगे. वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्र ने दिल्ली पत्रकार संघ की गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा कि राजधानी दिल्ली में कार्यरत लगभग सभी मीडिया संस्थानों में काम करने वाले पत्रकार संगठन के सदस्य हैं और पत्रकारों एवं मीडिया से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर संगठन सदैव मुखर रहा है.

नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स इंडिया के अध्यक्ष रास बिहारी, डॉ नन्दकिशोर त्रिखा, राजेंद्र प्रभु व के.एन. गुप्ता सहित अनेक वरिष्ठ नेता भी इस अवसर पर उपस्थित थे. दिल्ली पत्रकार संघ के उपाध्यक्ष राकेश आर्य, राकेश थपलियाल, अनुराग पुनेठा, राकेश शुक्ला, कोशाध्यक्ष नेत्रपाल, सचिव मयंक सिंह और संजीव कुमार और कार्यकारिणी सदस्यों सहित 250 से अधिक पत्रकार इस अवसर पर उपस्थित थे.

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