इनराउट गणेशा से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति हासिल कर रही हैं:रीवा राठौड़

कम ही उम्र में गायिकी में अपनी पहचान बनाने वाली रीवा राठौड़ को गायिकी धरोहर में अपने पिता व माता रूप कुमार राठौड़ और सोनाली राठौड़ से मिली। रीवा राठौड़ ने अपने परिवार के वंश के कदमों का अनुसरण करते हुए संगीत क्षेत्र में नाम और पहचान बना रही है। विश्व प्रसिद्ध बुद्ध बार लाउंज संगीत की 20 वीं वर्षगांठ पर रीवा का नए गीत ‘इनराउट गणेशा’ का समावेश हुआ है।

रीवा कहती है कि,मैं खुशनसीब हूं कि मेरा संगीत और धुन दुनियाभर के लोगों के दिलों को छूने का प्रयास कर रहा है। मेरा प्रयास है कि संगीत की कला को बढ़ावा देने की दिशा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार काम करती रहूंगी। हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां आज सीमाओं केवल मन में मौजूद हैं। मेरी इच्छा है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संगीत के कलाकारों के साथ काम करना है। मैं रोमांचित हूँ कि मेरे नए गाने को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जगह मिल गई है और अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है, रीवा कहती हैं।‘रीवा ने पांच साल की उम्र में पियानो सीखना शुरु किया था और 9 साल की उम्र में पहले गीत की रचना की थी। शांति शेल्डन मेरी पियानो शिक्षक थी और मैंने लंदन के रॉयल स्कूल से सभी 8 ग्रेड पूरे किए है। मेरे पिताजी मेरे महत्वपूर्ण सहायक हैं और मेरा जुनून हैं। जब मैं रियाज करती थी, तब वे सख्त रुप से निरीक्षण किया करते थे। 

पियानो के अलावा रीवा ने कारनेटिक वोकल म्यूजिक विश्व प्रसिद्ध बालामनी अय्यर और प्रसन्ना वारीयर से सीखा। पद्मभूषण पंडित राजन और साजन मिश्राजी से रीवा ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत सीखा। रीवा के प्रेरक गायक हरिहरन है और वह उनसे समय-समय पर मार्गदर्शन लेती रहती है। ष्मैं एक संगीतकार और गायक हूं, जो मौजूदा अंतरराष्ट्रीय संगीत की प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित करती हूँ। हालांकि, अन्य संगीतकारों के गीत गाने के लिए सक्षम होने के लिए एक सौभाग्य की बात है - यह जीवन किसी और का संगीतमय इरादा है ‘रीवा स्पष्ट किया। इसके पहले रीवा ने अभिनेत्री नंदिता दास की स्पैनिश फिल्म ‘रासस्ट्रेस’ के लिए एक गीत की रचना की थी और स्वर भी दिये।

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