उर्दु शायरी के बेताज बादशाह मिर्जा गालिब की 220वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित।

अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के तत्वावधान में आज संघ के मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद वत्स की अध्यक्षता में उर्दु शायरी के बेताज बादशाह मिर्जा गालिब को उनकी 220 वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। मिर्जा गालिब को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्री वत्स ने उन्हें दुनिया का अजीमो शान बेहतरीन शायर बताते हुए उनकी शायरी को याद किया। श्री वत्स ने कहा कि मिर्जा गालिब मुगलकाल के आखिरी शासक बहादुरशाह के दरबारी कवि भी रहे। उन्हें उर्दु और फारसी का महान शायर का दर्जा हासिल रहा। मिर्जा गालिब को उनकी गजलों के लिए भी याद किया किया जाता है।

गालिब की यह महानता कही जाएगी कि उन्होंने अपने को बडा शायर नहीं कहा और फरमाया था
हैं और भी दुनियां में सुखन्वर बहुत अच्छे।
कहते हैं कि गालिब का है अंदाजे बयां और।।


श्री दयानंद वत्स ने केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री श्री वैंकया नायडु से मांग की है कि है कि वे मिर्जा गालिब की स्मृति को अक्षुण्ण रखने के लिए दूरदर्शन पर धारावाहिक प्रसारित कराऐं।

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