डाटाविंड का भारतीय टैबलेट बाजार पर दबदबा कायम

-प्रेमबाबू शर्मा

डाटाविंड इंक. (टीसीएक्स: डीडब्ल्यू), उभरती अर्थव्यवस्थाओं को सस्ती दरों पर इंटरनेट सुलभ कराने वाली प्रमुख कम्पनी का 33 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरी तिमाही 2016 में टैबलेट बाजार पर दबदबा कायम है। सैमसंग 16 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत में 0.97 मिलियन टैबलेट की बिक्री (शिप) हुई जो सिलसिलेवार देखने पर रिकार्ड लगभग 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। हालांकि सीवाई 2015 की इसी तिमाही में टैबलेट सेगमेंट में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

डाटाविंड के प्रेज़िडेंट और सीईओ श्री सुनीत सिंह तूली ने कहा ‘सीएमआर रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भारत की एक बड़ी आबादी को हमारी प्रतिस्पर्धी कम्पनियांे की तुलना में डाटाविंड के टैबलेट पसंद हैं। यह वाकई सम्मान की बात है। ग्राहकों ने हमें बड़े उत्साह से अपनाया और हम उनके आभारी हैं। दरअसल हम कई वजहों से दूरदराज के ग्राहकों तक पहंुचने में कामयाब रहे हैं जैसे हमारे डिवाइस के साथ फ्री इंटरनेट की सुविधा; निर्माण के लिए हमारे स्थानीय संयंत्र, पेटेंट तकनीकी और सबसे बढ़ कर हमारी दमदार और प्रतिबद्ध टीम।’

श्री तूली ने बताया, ‘‘आम जनता के लिए भी सस्ते हमारे टैबलेट और यूनिक मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिवीटी के साथ हमें पूरा विश्वास है कि डाटाविंड ने पूरी दुनिया के लाखों लोगों के हाथ में इंटरनेट की सुविधा दी है और इस दिशा में सभी बाधाओं को दूर किया है। हम कीमतों को इस स्तर तक कम करना चाहते हैं कि तकनीकी सही मायनों में ‘जन-जन’ की पंहुच में हो और सही अर्थों में तकनीकी का प्रजातांत्रीकरण हो जाए।’’

डाटाविंड ने ऐसे प्रोडक्ट की कीमत अधिक होने की आम समस्या दूर कर दी है। यह पुराने मोबाइल नेटवर्क पर भी अच्छी इंटरनेट कनेक्टीविटी सुनिश्चित करती है। इसका सपना तीन अरब लोगों के लिए इंटरनेट सुलभ करना है जो अब तक इस सुविधा से वंचित हैं। डाटाविंड का आज की भारी प्रतिस्पर्धा के बावजूद इतना सफल होना इस बात का प्रमाण है कि यह एकमात्र टैबलेट निर्माता कम्पनी है जो भारत में वाकई बहुत कम कीमत पर प्रोडक्ट पेश करती रही है। डाटाविंड के डिवाइस के साथ एक साल के लिए फ्री अनलिमिटेड वेब की सुविधा और सबसे सस्ते प्लान उपलब्ध हैं। इसकी अनोखी, पेटेंट तकनीकी से वेब ब्राउजिंग के लिए आवश्यक डाटा की मात्रा में 97 प्रतिशत तक की कमी आ जाती है।

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