विश्व सिनेमा के पर्दे पर नजर आएंगी बैंड मास्टर की कहानी निर्देशक धर्मेंद्र उपाध्याय


प्रेमबाबू शर्मा

राजस्थान केे यशस्वी कहानीकार विजयदान देथा का साहित्य का तारा एक बार फिर सिनेमाई आकाश पर चमकेेगा। श्री राधा गोविंद फिल्मस के बैनर निर्मित व विजयदान देथा की कहानी पर आधारित फिल्म ‘बैंडमास्टर’ में एक बार फिर विज्जी के किस्सागोई से सिनेप्रेमी रूबरू होंगे। फिल्म की शूंिटग पिछले दिनों कानोता के पास नायला खत्म हुई। फिल्म की निर्माता सुमनलता शर्मा हैं। पिछले सात साल से बतौर फिल्म पत्रकार काम कर रहे फिल्म केे निर्देशक धर्मेंद्र उपाध्याय है। 

बैंडमास्टर कहानी एक बैंड वाले की जिंदगी को बयां करती हैं कि किस प्रकार दूसरों केे घरों की खुशियों में अपनी प्राण वायु फंकूते फूंकते एक बैंडवाला, खुद खुशियों की लिए कितना मोहताज हो जाता है। फिल्म का नायक बैंड वादक इब्राहीम जिसने अपने इलाके में बाप से लेकर बेटे तक केे विवाह में बैंड केे जरिए रौनक बिखेर दी और इस कलाकारी और लोगों केे झूठे प्यार में हुई व्यस्तता में बूढा हो गया पर अपना घर नही बसा पाया। लेकिन एक दिन उसकेे साथ कुछ एसा घटता है कि वह बैंड की दुनियां को छोडने का निर्णय ले लेता है। 

फिल्म में शीर्ष भूमिका नच बलिये फेम अरविंदकुुमार निभा रहे हैं अन्य भूमिकाओं में राजस्थान केे चर्चित कलाकार अरविंद कुुमार केे साथ बाल कलकार यश राजस्थानी, राखी शर्मा, राजीव अंकित, रेणु सनाडय, प्रियंका शर्मा, और यजुवेंद्र सिंह बीका फिल्म में नजर आएंगे। 

विजयदान देथा केे पुत्र महेंद्र देथा केे मुताबिक, पिताजी की लिखी कहानियों पर यूं तो पहले भी प्रकाश झा, मणि कौल और अमोल पालेकर ने अपनी सिनेमाई दृष्टि डाल चुकेे हैं। एक बार फिर मुझे बहुत खुशी हो रही है कि उनकी एक भावना प्रदान कहानी को सिनेमाई दृष्टि मिल रही है। फिल्म की निर्माता सुमनलता शर्मा ने बताया, इस कहानी पर फिल्म निर्माण का उद्देश्य राजस्थान की मिट्टी की भावनाओं को सिनेमा के जरिए देश विदेश के दर्शकों तक पहुंचाना है।

फिल्म केे निर्देशक धर्मेंद्र उपाध्याय विजय दाना देथा केे साहित्य से परिचय हुआ। और अपने पहले फिक्शन की शुरूआत उनकी ही कहानी पर फिल्म निर्माण से की। धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया कि ‘फिल्म को बहुत ही बेहतरीन तरीके से फिल्माया गया है,अब और मेरा सिर्फ एक ही मकसद है,कि विश्व सिनेमा के पटल यानि फिल्म फेस्टीवल्स में भेजना । ताकि लोग बैंडबाजो वालो की असल जिंदगी से रूबरू हो सके। हर फिल्म का मजबूत पक्ष होता है,उसकी मजबूत कहानी ,यह कहानी मुझे पंसद आई और मैंने इस पर बिना कोई राइट लिए स्क्रिप्ट भी लिख दी । बाद में मैंने विजय दान देथा जी के पुत्र महेंद्र देथा से इस कहानी पर फिल्म बनाने केे अधिकार प्राप्त किए।’

फिल्म की कहानी की ताकत इसका इमोशनल कंटेंट है। बैंडमास्टर में गरीब परिवार केे सपने और उन सपनों के साथ नियति की क्रूरता का यथार्थ चित्रण इस फिल्म में देखने को मिलेगा। फिल्म की शूटिग मुंबई में सपंन्न हुईं और अब फिल्म का पोस्ट् प्रोड्क्शन मुंबई में शुरू हो गया।

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