मौजूदा समय में मौलिक कहानियों की बेहद मांग है -विजय बंसल


प्रेमबाबू शर्मा​

उत्तर प्रदेश के अपराध और धर्म के गठजोड़ की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ग्लोबल बाबा की सफलता के बाद में निर्माता विजय बंसल खासे उत्साहित है,और अब वह अपनी दूसरी फिल्म की तैयारी में जुट चुके है। उनका कहना है कि विजय बंसल फिल्म इंडस्ट्री में मौजूदा समय में मौलिक कहानियों की बेहद मांग है। ऐसे में सामाजिक ताने बाने से बुनी रोचक फिल्मों को दर्शक को परोसा जाए तो फिल्म की सफलता लगभग तय है ।
पहली होम प्रोडैक्शन ग्लोबल बाबा के बारे विजय बंसल ने बताया ‘ फिल्म रियल स्टोरी बेस उन आम लोगों के लिए सबक है,जो जाने- अंजाने में अपनी श्रद्धा और आस्था ढोंगी बाबाओं को समर्पित कर देते हैं । फिल्म का कथानक धर्म और आस्था को चोट पहुंचाने वाले ढोंगी बाबाओं की कलई खोलती है। फिल्म ग्लोबल बाबा 11 मार्च को देशभर में रीलीज हो चुकी है। 

फिल्म के निर्माता विजय बंसल का मानना है कि फिल्म समाज का आईना होती है और ग्लोबल बाबा से भी समाज को एक बड़ी सीख मिलेगी। बगैर ये जाने की उक्त बाबा का इतिहास -भूगोल कैसा रहा है । आखिर इस प्रकार का विषय के चयन पर उनका कहना था ‘फिल्म ग्लोबल बाबा के माध्यम से फर्जी बाबाओं के खिलाफ सख्त संदेश देने की कोशिश की गई है। फिल्म कि कहानी के माध्यम से बताने का प्रयास किया है कि एक खुंखार अपराधी चीलम पहलवान ,कानून से बचने के लि धर्म का चोला ओढ़ लेता है । और धर्म के नाम पर एक बड़ा आर्थिक सम्राज्य खड़ा कर लेता है और सियासत में भी अपनी गहरी पैठ बना लेता है। जैा कि आजकल हो रहा है। इस फिल्म में संजय मिश्रा , रवि किशन, पंकज त्रिपाठी और संदीपा धर ने काम किया है। विजय आर्ट्स के बैनर तले बनी फिल्म ग्लोबल बाबा के गाने और कहानी वरिष्ठ पत्रकार सूर्य कुमार उपाध्याय ने लिखी है ।

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