युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखकर भारत का निर्माण करना है : डॉ.एस. डी. चोपदार

अशोक कुमार निर्भय 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान से प्रभावित होकर नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रसिद्व आयुर्वेदिक संस्थान राजस्थान औषधालय प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में आयुर्वेदिक क्षेत्र में रिसर्च और आर्योवेद को बढ़ावा देने वाले डाक्टरों को एक भव्य समारोह में वैद्य सम्मान प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध मुख्यातिथि डॉ मनीष ग्रोवर थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ.आनंद मेहता और डॉ.एम एल शर्मा ने शिरकत की। डॉ सम्मान समारोह की अध्यक्षता राजस्थान औषधालय प्राइवेट लिमिटेड चेयरमैन डॉ.एस. डी. चोपदार ने की। 

सम्मान समारोह का उद्धघाटन दीप जलाकर माँ धन्वन्तरि की वंदना के साथ शुरू हुआ। समारोह के अध्यक्ष डॉ.एस. डी. चोपदार ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश की सूरत बदल दी है। स्वच्छ भारत अभियान की तरह ही देश को नशा मुक्त कराने के लिए नशे विरोधी अभियान को आंदोलन बना चुके राजस्थान औषधालय प्राइवेट लिमिटेड 10 लाख लोगों को नशे की लत से छुटकारा दिलाया है। अगर कोई व्यक्ति गरीब है तो डॉक्टर के रेफरेंस पर ही हम बिलकुल निशुल्क दवाई उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने उपस्थित मेहमानों को नशा मुक्त भारत बनाने में अपना सहयोग देने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि नशा केवल शराब ही नहीं होता ,नशा सिगरेट,तम्बाकू,गांजा,चरस,अफीम,गुटखा किसी भी वस्तु का हो सकता है और आये दिन नशा करने के नए नए नुस्खे सामने आ रहे हैं जिसके कारण हमारी युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त जाकर अपना वर्तमान और भविष्य दोनों ही बर्बाद कर रही है। 

हमारे अभियान का उद्देश्य देश और खासकर युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखकर भारत का निर्माण करना है। उन्होंने नशे की लत से पीड़ित लोगों लिए को दवा बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि रोगी को दवा भोजन अथवा कोई भी तरल पदार्थ मिलकर देने से कुछ दिनों बाद ही रोगी नशे लत छोड़ देगा और उसे इस दवा का पता भी नहीं चलेगा। उन्होंने अपने अन्य आयुर्वेदिक ओषधियों के बारे में चर्चा करते हुए किडनी,लिवर,मधुमेह,जोड़ो दर्द,कैंसर जैसी घातक बिमारियों के सफल इलाज आज भी आयुर्वेदिक दवाओं है जिसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है बस आपके पास अच्छी औषधि और चिकित्सीय सलाह होनी चाहिए। मौके पर दिल्ली के विभिन्न आयुर्वेदिक डाक्टरों को गया।

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