शिक्षा और पत्रकारिता के पुरोधा थे महामना मदनमोहन मालवीय : दयानंद वत्स

अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के तत्वावधान में आज संघ के मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद वत्स की अध्यक्षता में भारत रत्न स्वर्गीय पंडित मदनमोहन मालवीय जी की 71वीं पुण्यतिथि सादगी और श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।

श्री वत्स ने मालवीय जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अपने संबोधन में श्री दयानंद वत्स ने कहा कि मदनमोहन मालवीय जी शिक्षा और पत्रकारिता जगत के पुरोधा महापुरुष थे। हिंदुस्तान ओर.अभ्युदय समाचार पत्रों के संपादक के रुप में उन्होने हिंदी पत्रकारिता को स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए लोगो में जन- जागरण का उदघोष किया। मालवीय जी महान शिक्षाविद् थे, उन्होने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की। महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्र निर्माता कहा। उनकी दृढ इच्छा शक्ति ओर दूरदर्शिता के कारण ही वे पहले और अंतिम व्यक्ति थे जो महामना कहलाए। उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व करोडों भारतीयों के लिए आज भी प्रेरणा स्रोत है।

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