द सिक्स्थ - द लीजेंड ऑफ़ कर्ण उपन्यास का विमोचन मेजर जी डी बक्शी ने किया


(रिपोर्ट एवं छाया: एस.एस.डोगरा)

ऐम्बिएन्स माँल में युवा लेखक करण वीर अरोड़ा द्वारा महाभारत के मुख्य पात्र कर्ण के जीवन पर आधारित उपन्यास का विमोचन मेजर जी डी बक्शी ने किया. प्रेस को संबोधित करते हुए करण वीर ने बताया कि इस उपन्यास के लिए उन्होंने लगभग 15 साल से कार्य शुरू कर दिया था. उनके अनुसार वे बचपन से ही महाभारत के पात्र कर्ण के व्यक्तित्व से अत्यंत प्रभावित रहे हैं. और इस उपन्यास के लिखने से पहले वे कई कॉमिक्स भी इस प्रभावशाली व्यक्तित्व पर प्रकाशित कर चुके हैं. लेकिन वे अब उपन्यास लिखने के बाद अच्छे प्रोडूसर की तलाश में है जो इस विषय पर फिल्म बना सके. लेकिन इसके लिए वे अपने महत्वकांक्षी योजना में रचनात्मक टीम, अच्छे किरदार एवं लोकेशन का भी विशेष ध्यान रखते हुए फिल्म निर्माण करना चाहते हैं. युवा लेखक करण वीर स्वयं कई वर्षो से भारतीय इतिहास एवं पौराणिक कथाओ पर शोध कर रहे है। 

विमानिका कॉमिक का प्रमुख एवं रचनात्मक कार्यों के दम पर कई राष्ट्रीय एवं अंतरार्ष्ट्रीय पुरुस्कार भी अर्जित कर चुके हैं करण वीर. भारतीय सेना से सेवानिवृत मेजर जनरल जी डी बाक्षी ने कहा भारतीय लोगो विशेषकर युवा पीढ़ी में भारत के इतिहास और पौराणिक कथाओं का ज्ञान का प्रचार एवं प्रसार जरुरी है जिससे उनके जीवनशैली और सोचने की छमता में सकारात्मकता का प्रवाह करता है, और सही रास्ते में चलने के लिए प्रेरित करता है। इस दिशा में करण वीर द्वारा लिखित इस उपन्यास की रचना एक सराहनीय प्रयास है. जिसके माध्यम से हमारी नयी पीढ़ी को आधुनिक पश्चिमी सभ्यता के अलावा अपनी पौराणिक धरोहर को पुन: जाननेम, समझने एवं अनुसरण करने का सुअवसर मिलेगा.

Labels: ,