कभी तन्हाईयों में हमारी याद आएंगी..... गायिका मुबारक बेगम का निधन

-प्रेमबाबू शर्मा

कभी तन्हाईयों में हमारी याद आएंगी..... गीत को स्वर देने वाली मुबारक बेगम अब हमारे बीच रही। पचास से सत्तर के दशक तक हजारों लोगों के दिल पर करने वाली पाश्र्व गायिका मुबारक बेगम का सोमवार रात लंबी बीमारी से जूझते हुए अपने जोगेश्वरी स्थित घर में देहांत हो गया। वह 80 वर्ष की थीं।

मुबारक बेगम ने 1950 के दशक में अपने करियर की शुरूआत रेडियों से की थी,लेकिन वो जल्दी ही फिल्मों में गाने लगी। तब लता मंगेश्वर की भी फिल्मों में शुरूआत थी। मुबारक बेगम ने अपने दौर में सभी संगीतकारों के अलावा मोहम्मद रफी के साथ भी काम किया है। मुबारक बेगम को बड़ा ब्रेक फिल्म ‘मधुमति’ के गीत ‘हाले दिल सुनाईये... से मिला, उस दौर में हिट फिल्म हुई साबित हुई। केदार शर्मा की फिल्म ‘हमारी याद आएंगी’ से उनको शोहरत मिली। ‘मुझको अपने गल लगा लो.... फिल्म हमराही,...ऐ दिल बता .....फिल्म ‘खूनी खजाना....ऐजी ऐजी याद रखना..फिल्म डाकू मंसूर जैसे बॉलीवुड के लिए सैकड़ों गीतों और गजलों को अपनी आवाज दी थी जिसके लिए उन्हें याद किया जाता है।

उन्होंने हमराही, हमारी याद आएगी, देवदास, मधुमती, सरस्वतीचंद्र जैसे कई हिट फिल्मों के गाने गाए मुबारक बेगम ने अपनी गायिकी के करियर के दौरान एसडी बर्मन, शंकर जयकिशन और खैय्याम जैसे लगभग हर बड़े संगीतकार के साथ काम किया।

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