हर किरदार को जीने की चाह है:रतन राजपूत

प्रेमबाबू शर्मा

महाभारत में अम्बा का किरदार निभाने वाली रतन राजपूत का सही मायने में पहचान मिली‘‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो’ की लाली किरदार से । उनका एक मजबूर लडकी
के किरदार घर-घर अपनी पहचान बनाने वाली रतन राजपूत ने अब तक टीवी पर कई शो किये हैं। इनमें से महाभारत में अम्बा का किरदार सबसे यादगार माना जाता है। रतन आजकल एंड टीवी के सोशियो-माइथोलॉजिकल शो ‘‘संतोषी मां’ में संतोषी मां की भक्त के रूप में नजर आ ही हैं। शो के बारे उनका क्या कहना है,जानते है,उनकी ही जुबानी -

‘‘संतोषी मां’ में अपने कैरेक्टर के बारे में कुछ बताएं?
मैं एक माध्यम वर्गीय परिवार की लड़की संतोषी का किरदार निभा रही हूं जो संतोषी मां की परम भक्त है। संतोषी के माता पिता मर जाते हैं और वह अनाथ हो जाती है। उसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि उसे जीवन जीने की कला आती है जो उसके पास है वो उसी में खुश रहती है, कभी भी उन चीजों की इच्छा नहीं करती जो उसके पास नहीं है या जो उसकी पहुंच के बाहर है। देवी मां के आशीर्वाद से संतोषी जीवन की सभी कठिनाइयों का सामना करती है।

ऐसी कौन सी खास बात थी जिसकी वजह से आपने यह रोल स्वीकार किया?
शो करने के मामले में मैं बहुत सिलेक्टिव हूं। लेकिन शो बहुत शानदार है और एक व्यक्ति के रूप में, मैं भगवान में बहुत विास करती हूं। चूंकि यह शो देवी संतोषी मां पर आधारित है और मेरा किरदार इस तरह से सजाया गया है कि मुझे लगता है कि जैसे शो में मैं खुद का ही चरित्र अदा कर रही हूं। मुझे इस शो को मना करने का एक कारण भी नहीं मिला।

असली जिंदगी में कितनी बातें भगवान पर छोड़ देती हैं?
मैं जो भी करती हूं, उसे भगवान पर छोड़ने से पहले अपने अधिकतम प्रयास करती हूं। जैसा कि सब कहते हैं, ‘‘भगवान उन्हीं की मदद करता है जो अपनी मदद स्वयं करते हैं।‘‘ मैं असल जिंदगी में इसी का अनुसरण करती हूं और हर दिन की समाप्ति पर भगवान का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने मुझे ताकत के साथ ही उनके जरिये चीजों को देखने की गंभीरता प्रदान की।

संतोषी मां ऐसा शो है, जिनका सिद्धांत संतोष पर आधारित है, क्या आप अपनी जिंदगी में संतुष्ट हैं ?
हां, मैंने अभी तक जो भी हासिल किया, उससे संतुष्ट हूं। मैं थोड़ी महत्वाकांक्षी हूं और अपना सिर ऊंचा रखकर जीवन में आगे बढ़ने में विास करती हूं। मुझे मालूम है कि कड़ी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। इसलिए, मैं बहुत कड़ा परिश्रम करती हूं और पूरे धीरज के साथ परिणाम का इंतजार करती हूं।

आप, संतोषी मां पर कितना विष्वास करती हैं?
क्या मां के व्रत से फल मिलता है?

मैं ईश्वर को और इस व्रत को मानती हूं इसलिए जाहिर सी बात है कि मैं संतोषी मां को भी काफी मानती हूं। पर हां मैं संतोषी मां का व्रत नहीं रखती क्योंकि ऐसा कहा जाता है की मानो तो सब है और न मानो तो कुछ भी नहीं।

अपने किसी एक अनुभव के बारे में बतायें जो इस बात का आश्वासन देता है कि भगवान का अस्तित्व है?
मुझे लगता है कि मैंने अभी तक जो हासिल किया और मुझे जो जिंदगी मिली, वह भगवान के होने का आश्वासन देती है। मुझे सभी सफलताएं जैसे प्रसिद्धि और मेरे प्रशंसकों का प्यार मिला, जिसके लिए मैं वास्तव में खुद को भाग्यशाली मानती हूं। मुझे पता है कि यह सब आसान नहीं है और मुझे जो इतना अच्छा काम मिला और मुझे जो कुछ मिला, वह भगवान के आशीर्वाद के कारण ही संभव हुआ है।

अब तक आपने कई शोज किये हैं, कैसा अनुभव रहा?
मुझे कैमरे से काफी लगाव है, सिर्फ रोल, एक्शन एंड कैमरा शब्द सुनकर ही मैं बहुत उत्साहित हो जाती हूं। मैंने अभी तक बहुत कम शूट किया है जिसकी वजह से मेरे रास्ते में आये किसी भी करेक्टर को निभाने का मौका नहीं छोड़ना चाहती, क्योंकि सारे शो कहीं न कहीं, कुछ न कुछ सिखाते ही हैं जो आगे जाकर जीवन में लाभदायक होगा।

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