विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर संस्था ने मजदूरों के बच्चों के बच्चों को साक्षर बनाने का लिया संकल्प


1 मई 2015 को श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था द्वारा दिल्ली में रह रहे प्रवासी मजदूर के बच्चों को नर्सरी से पांचवी कक्षा तक निःशुल्क शिक्षा देने का संकल्प लिया गया। संस्था के संस्थापक महासचिव भाई भरत जी ने बताया कि सरकारी स्कूल में बच्चों को मिड डे मिल का खाने में ध्यान लगा रहता है वहीं शिक्षक विद्यालय प्रगाण में बातों में मस्त रहते है और धन के अभाव में अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं ओ.बी.सी. के कमजोर वर्ग के गरीब मजदूर नागरिक अपने बच्चों को फिस के अभाव में अच्छी शिक्षा सोच कर भी नहीं दे सकते है। इसी को देखते हुए संस्था की मानद् महासचिव कुमारी रानी सिंह जो दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.एस.डब्ल्यू. करने के बाद पीएचडी की तैयारी कर रही है और ऐसे बच्चों को चिन्हित कर जो झुग्गी-झोपड़ी, अनधिकृत कालोनी में रहते हैं उनके अन्दर शिक्षा का दीप जलाने में अग्रणिय भूमिका निभा रही है परन्तु धन के अभाव में इस कार्यक्रम में कहीं न कहीं कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी इस अभियान को चलाने में किसी भी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोडी जा़ रही है। 

जैसाकि इस संस्था को दिल्ली के सभी संपादक महोदय का आर्शीवाद मिलता रहा है। और आज विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर संस्था आप लोगों से विनम्रतापूर्वक निवेदन करती है कि आप लोगों के सहयोग से संस्था दिल्ली के विभिन्न क्षेत्र में अनेक प्रकार के कार्यक्रमों को प्रकाशित करने में आप सभी ने अहम् भूमिका निभाई है। इसे भी विस्तारपूर्वक प्रकाशित करें जिससे की सामाजिक कार्य को सफल बनाने में हमें शक्ति मिलती रहे।

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