सेवा मेँ
माननीय मुख्यमंत्री जी , हिमाचल प्रदेश
राजा श्री वीरभद्र जी
सम्मान्नित महोदय
जैसा की आप जानते हैं के दो दिन पहले ही वित्तीय वर्ष 2013 -2014 हिमाचलप्रदेश राज्य का लेख जोखा प्रधान महालेखाकार श्री आर . एम जौहरी जी ने सविस्तार प्रस्तुतकिया और उन्होंने बताया की इस बार राजस्व का घाटा पिछले वर्ष से 11 गुना अधिक हैऔर हिमाचल सरकार 33884 क़र्ज़ के तले दबी हुयी है ! आप कहेंगे ये बात तो सब को पताहै फिर मैंने क्या ख़ास बताया तो आप के संज्ञान में, मैं ये बात लाना चाहता हूँ के ,ये घाटा हिमाचल प्रदेश के विकास या हिमाचली भाई - बहनो के विकास या उनकी उन्नति पर खर्चकरने से नहीं हुआ ..? बल्कि प्रदेश के सरकारी अमले , सरकारी अधिकारियो की लापरवाहीसे हुआ है ! आप को याद दिलाना चाहता हूँ के एक माह पहले आपको ( तथा चीफ सेक्रेटरीHPPWD / चीफ सेक्रेटरी रेवेन्यू और आठ माह पहले हमीरपुर जिलाधीश को HPPWD - हमीरपुर जोन के चीफ और उनके मातहत सब-डिव (टौणी देवी , बमसन ) के EXEN , JE (रवि कुमार ) की लापरवाही से हो रहे हिमाचल प्रदेश के राजस्व के नुक्सान से अवगतकरवाया था जहाँ ये सब अधिकारी हमीरपुर ज़िले मैं गैर कानूनी तरीके से सड़क निर्माण कीमंजूरी ठेकेदारो को दे देते हैं ( बिना ज़मीन के मालिको से शपथ पत्र लिए ) जिसका जवाब आपने तो दे दिया था और सम्बंधित विषय पर विभाग को दिशा निर्देश भी दिया था , लेकिन अधिकारीयों के कानो पर जूं तक न रेंगी और न ही उन्होंने कोई जवाब दिया ! जिसके कारणसड़क निर्माण तो हो जाता है ठेकेदार अपने पैसे लेके चला जाता है लेकिन जिनकी ज़मीनहोती ही वह किसान न्यायलय से स्टे लेके और फिर अपनी ज़मीन के मुवावजे की मांग करताहै जोकि देर सवेर राज्य सरकार को देनी पड़ती है ! हैरानी की बात तो ये है के कई मामलो मैंतो माननिये न्यायलय के सामने अधिकारीयों ने ये तक कह दिया के फलां ग्राम की सड़क तोहमारे रिकॉर्ड मैं है ही नहीं ...जबकि सड़क का निर्माण exen , JE और पटवारियों की मिलीभगत से हो चूका होता ही और कमाल की बात है की ठेकेदारो को विभाग पेमेंट भी कर देता हैउस पर भी अधिकारियों की ढिढाई देखिये झूठ बोलने मैं ज़रा नहीं हिचकते ..पता है कोईउनके खिलाफ एक्शन नहीं लेगा कारण " सब आपस मैं मिले हुए हैं " !
अब अगर आप मेरी पूरी बात का मज़्मून समझे तो यह कुछ इस तरह से है केएक अनुमान के तहत लगभग चार किलोमीटर सड़क निर्माण का ठेका विभाग एक करोड़सतर लाख के आस - पास देता है जिसमें अनुमानित दो सौ से लेके तीन सौ कनाल ज़मीनकिसानो की जाती है जो उस ग्राम से सम्बन्ध रखते हैं ,और अगर काम से काम बीस -पच्चीस कनाल ( जिनका शपथ पत्र नहीं लेता विभाग ) का मुआवज़ा प्रति चार किलोमीटर कीसड़क पर माननिये सर्वोच्च न्यायलय के अनुसार दिया जायेगा तो कम से कम पचास लाखसरकार को और देना पड़ेगा यानि के सिर्फ अधिकारियों की गलती की वज़ह से हिमाचलसरकार को एक केस मेँ पचास लाख का राजस्व नुक्सान ..! ये तो एक जिले की एक तहसीलकी दो पंचायतो (भटेड और उटपुर , तहसील -टौणी देवी , जिला हमीरपुर ) की मिसाल है वोभी मय सबूतो के साथ यदि मेँ पुरे राज्य का भ्रमण करू तो न जाने कितने और ऐसे मामलेखोज निकलूंगा ..! यदि इस तरहं आप पुरे हिमाचल प्रदेश की तहसीलों का मुआयना करेंगे याHPPWD के प्रत्येक ज़िले की जांच करेंगे तो आप सहज ही जान जाएंगे की ये घोटाला लाखोका नहीं करोडो का है और उस पर राजस्व का नुक्सान भी करोड़ों का होगा ! आप कीजानकारी के लिए मैंने स्वयं लोगो से मिल कर सबूत जुटाएं हैं और वह आपके समक्ष पेश कररहा हूँ ताकि प्रदेश सरकार दोषियों पर तुरंत कार्यवाही करे या विभाग के खिलाफ स्वतःसंज्ञान ( sue - o -motto ) नोटिस निकाल कर SIT जांच विभाग के अधिकारीयों औरसम्बंधित व्यक्तियों पर शुरू करे , क्योंकि हमीरपुर जोन के अधिकारी जो इन केसों मेँ लिप्त हैंउन्होंने आज आठ महीनो बाद विभाग से रिटायरमेंट ले ली है !
गौरतलब हैं के आपके द्वारा मुझे भेजे गए आश्वासन पत्र के बाद भी अभी तक विभाग ने नीचे जोड़ी गयी पूर्व ईमेल पर कोई कार्यवाही नहीं की हैं नीचे जोड़ी गयी ईमेल के बाद हमीरपुर जिलाधीश श्री रोहन चंद ठाकुर जी ने अभी तक सिर्फ बमसन के तहसील दार को पीड़ित श्री दूनी चंद सड़यल , पुत्र श्री खज़ाना राम ( स्वतंत्रता सैनानी ) ग्राम :- ताप , पोस्ट:- उटपुर , तहसील टौणीदेवी , हमीरपुर( जिनकी लगभग 25 -30 कनाल जमीन सड़क निर्माण मेँ अवैध ले ली गयी है ) से मिल कर सिर्फ मामले की जांच करने को कहा है जोकि पिछले चार महीनो से अभी तक नहीं हुयी ! जब मैंने स्वंय जिलामुख्यालय जा के पता किया तो जवाब मिला बता देंगे ! हैरानी की बात या हद तो तब हो गयी जब तहसीलदार साहब ने दस दिन पहले नोट भेज कर पीड़ित को घर पर रुकने के लिए कहा मुलाक़ात के लिए परन्तु आज तक वह मिलने नहीं आये न ही कोई सन्देश दुबारा दिया !
संलग्न :-
1 . माननीय न्यायधीश श्री रतन सिंह ठाकुर जिला न्यायधीश (हमीरपुर ) के आदेश की प्रति!
2 . श्री रतन ठाकुर जी द्वारा दिए गए आदेश के पृष्ठ संख्या 6 की प्रति जिसमें पहरा संख्या 14 और 16 को पड़े !
3 . माननिये मुख्यमंत्री राजा श्री वीरभद्र जी को मुवाज़े की मांग हेतु लिखा गया पत्र
4 .माननिये मुख्यमंत्री राजा श्री वीरभद्र जी का जवाब पत्र विभाग को दिशा निर्देश के साथ !
6 . HPPWD का पत्र हमीरपुर विभाग के नाम !
7 . मेरे द्वारा स्वयं पीड़ित के दस्तावजो की जांच
8 . पीड़ित श्री प्रेम चंद ( ग्राम बकनियार . पंचायत भटेड , बमसन ) द्वारा दी गयी न्यायलयआदेश की प्रति
Citizen;s reporter:
Ravinder Singh Dogra
ravinder.ncp@gmail.com
National Secretary (Pancayati Raj & Local Bodies)
Organisation Sec. (Rashtrawadi Kisan Sabha)