क्रिकेट महाकुम्भ के फाइनल में न्यूज़ीलैण्ड के साथ कौन खेलेगा? इंडिया या ऑस्ट्रेलिया


 एस.एस.डोगरा

 ग्यारवें विश्व कप में कल सिडनी क्रिकेट मैदान में आयोजित होने वाले दुसरे सेमी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाली भिडंत के बाद कौन सी टीम फाइनल पहुंचेगी आज यही चर्चा पुरे क्रिकेट जगत बहस का मुद्दा बना हुआ है. उप महाद्वीप में तो क्रिकेट का शुमार किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है. लेकिन भारत को एक फिर से वर्ल्ड कप हासिल करने के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम का सामना करना पड़ेगा. इसीलिए कल दोनों ही टीमें को फाइनल का टिकट कटाने के लिए मानसिक, शरीरिक व् उम्दा खेल का प्रदर्शन करना होगा. जाहिर से बात है जो टीम अच्छा खेलेगी वही फाइनल में जानी चाहिए. आम क्रिकेट प्रेमियों के आलावा, मिडिया में भी कल होने वाले मैच को लेकर अपनी टी आर पी बढ़ाने का खेल भी बखूबी जारी है.

भारतीय मीडिया, जनता में टीम इण्डिया को पलकों पर बैठाने तथा क्रिकेट की बादशाहत दिलाने में कोई खूब डींगे हांक रहा है. लेकिन कुछ क्रिकेट आलोचक टीम इण्डिया की इस सफल अभियान को अन्य खेलों में उदासीनता व् शौतेले रवैये का दिन रात रोना रो रहे है. इसी मुद्दे पर क्रिकेट के जानकार तथा खेल प्रेमियों ने भी अपनी राय प्रकट की: विराट का बल्ला बोलेगा, इंडिया फाइनल खेलेगा. जी हाँ पूर्व रणजी क्रिकेटर व् भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान विराट कोहली के कोच श्री राजकुमार शर्मा जी पूरा भरोशा है कि भारत सेमी फाइनल में आस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुँच जायेगा. परन्तु भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया खिलाडियों की मैदान पर गुस्सा दिलाने वाली टीका टिप्पणी (स्लेजिंग) से बचना होगा. जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने अपने चेले यानि भारतीय टीम के उपकप्तान विराट कोहली को आस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ गुरु मन्त्र दिया. शर्मा जी ने कहा मेरी विराट से बात हुई मैंने विराट को धैर्यभरी पारी खेलने को कहा है. वैसे भी विराट बड़े मैचों में अपनी जिम्मेदार पूर्ण पारी खेलने के कारण ही टीम इण्डिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं. मैं ही नहीं, करोड़ों क्रिकेट प्रेमी इस अहम् मुकाबले में विराट के बल्ले से अच्छे रन ही बल्कि शतक लगाने की उम्मीदें लगा रहे हैं. शर्मा जी का दावा है कि भारत अवश्य ही ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाब हो सकता है क्योंकि पूरी भारतीय टीम जोश में है. शर्मा जी के मुताबिक इस मैच में यदि भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए तीन सौ रन भी ठोक लेती है तो हमारे गेंदबाज अभी तक जिस लय में गेंदबाजी तथा उम्दा फील्डिंग कर मैच अपने नाम कर सकते हैं. लेकिन यदि आस्ट्रेलिया पहले खेलता है हमें वार्नर, क्लार्क, स्मिथ, मेक्सवेल जैसे बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना होगा. क्योंकि इस मैदान पर अधिक रनों का पीछा करना मुश्किल होता है.

इसी विषय पर श्री मनीष शर्मा-वरिष्ठ खेल संपादक का विचार है कि आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचेगा. उनका तर्क है कि ऑस्ट्रेलिया एक बेहद मजबूत टीम है और नोक आउट मुकाबले में उनसे बेहतर कोई नहीं खेल सकता है. कंगारू खिलाडी बड़े पेशेवर, आक्रामक अंदाज में भूखे शेर की तरह से खेलने में माहिर हैं उनकी बॉडी लैंग्वेज में ही हरेक मैच जितने वाली दिखाई देती है. वैसे भी भारतीय टीम का असली मुकाबला तो इसी सेमी फाइनल में होगा, इस वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के आलावा हमने कोई कड़ी टीम को नहीं हराया, बांग्लादेश, जिम्बावे और वेस्ट इंडीज जैसी टीम के खिलाफ भी हमें खूब मशक्कत करनी पड़ी थी. हालाँकि भारतीय टीम ने इस वर्ल्ड कप अच्छी बल्लेबाजी के साथ ही अपनी गेंदबाजी से प्रतिद्वंदी टीम के सभी मैचों में सारे (१० विकेट) हासिल कर सबको प्रभावित किया है. हमें भावनाओं में नहीं बहना चाहिए, वास्तविकता यही है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत संतुलित टीम है और वही फाइनल मुकाबले की असली हक़दार भी है. दिल्ली पुलिस के हरफनमौला खिलाडी श्री राजेश डोगरा (एस.एच.ओ.) को पूरा विस्वास है कि इस बार हम कन्गारुओ को उन्ही के घर में पीटकर फाइनल में धूम मचाएंगे. हमारे रोहित, विराट बल्लेबाजी में और शम्मी, उमेश, मोहित अश्विन की घातक गेंदबाजी विपक्षी टीम को ध्वस्त कर डालेगी. वहीँ क्रिकेट प्रेमी श्री प्रशांत का मानना है कि टीम इण्डिया ऑस्ट्रेलिया को सेमी फाइनल में हराकर जरुर फाइनल में प्रवेश करेगी.

भारतीय टीम के पूर्व टेस्ट विकेट कीपर श्री नयन मोंगिया ने भी भारतीय टीम के फाइनल में पहुँचने के संकेत दिए हैं. श्री मोंगिया ने बताया कि यह काफी कांटे का मुकाबला होगा और भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आर पार की लड़ाई होगी लेकिन भारतीय टीम के हाल ही के लगातार अच्छे प्रदर्शन से ऐसा लगता है कि इण्डिया टीम इस बार वर्ल्ड कप जितने की प्रबल दावेदार टीम है. क्रिकेट के पण्डित कुछ भी कहें एक बात तो साफ है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के एकदिवसीय मैचों के रिकार्डों पर नजर दौडाएं तो कंगारू अधिक बेहतर हैं. पहले सेमी फाइनल में भी साउथ अफ्रीका को फेवरेट माना जा रहा था लेकिन वे सच में चौकर यानि कागजी रिकार्ड में ही बढ़िया रहे जबकि मैदान में न्यूजीलेंड ने अनुशाषित और बल्लेबाजी, गेंदबाजी के आलावा क्षेत्ररक्षण में जबरदस्त परफोर्मेंस के साथ फाइनल में पहली बार जगह बनाई. अब मुद्दा है कि कल दुसरे सेमी फाइनल मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया में से कौन सी टीम फाइनल में खेलने का सौभाग्य प्राप्त करेगी? देखिये जहाँ तक टीम इण्डिया की बात करें कैप्टेन कूल धोनी ने कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन,सौरभ गांगुली के बाद जो भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करते हुए जो सफलताएँ दिलाई हैं वे काबिले तारिफ चाहे T-20 का वर्ल्ड कप हो या, २०११ का विश्व कप. हालाँकि विदेशों में विशेष तौर पर टेस्ट मैचों में भले ही अच्छे रिकार्ड न हों परन्तु टेस्ट और एकदिवसीय मैंचों में नंबर एक की बादशाहत जीतने समय एम.एस.धोनी के कप्तानी में रही है वे किसी भारतीय के लिए गर्व का विषय है.

पिछले तीन महीने से टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेल रही है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरिज व् त्रिकोणीय सीरिज में खराब प्रदर्शन के बाद इस वर्ल्ड कप में अपने लीग के 6 मैच क्वाटर फाइनल सहित लगातार जीत में भारतीय टीम में पूरा जोश है, भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन, रोहित शर्मा, रहाणे, सुरेश रैना, साथ ही मोहम्मद शमी, उमेश यादव, मोहित शर्मा, अश्विन जडेजा ने उम्दा गेंदबाजी सहित पूरी टीम के शानदार क्षेत्ररक्षण ने अभी तक की सेमी फाइनल दौड़ तक क्रिकेट प्रेमियों को सच में प्रभावित किया है. लेकिन ये दोनों टीमों को पता है कि थोड़ी से भी गलती उन्हें फाइनल में पहुँचने से वंचित कर सकता है. एक बात तय है क्रिकेट बड़ी ही अनिश्शिताओं का खेल है इसीलिए इंडिया ऑस्ट्रेलिया मैच के सेमी फाइनल मैच में जो टीम बेहतर खेलेगी वही फाइनल में न्यूजीलेंड से भिड़ेगी. यदि ऑस्ट्रेलिया को घर में खेलने का लाभ मिलेगा तो भारतीय टीम वर्ल्ड कप की लगातार उम्दा फॉर्म और सन २०११ में विजेता होने जैसे मनोबल का लाभ भी मिलेगा. क्रिकेट महाकुम्भ का दूसरा सेमी फाइनल रोचक होना चाहिए और कल टीम पिछले रिकार्डो पर नहीं बलि वही जितनी चाहिए जो अच्छा खेलेगी. वैसे इस बार का फाइनल मैच भी संघर्षपूर्ण होने की सम्भावना जताई जा रही है. क्योंकि फाइनल में ऑस्ट्रेलिया हो या इण्डिया इस बार न्यू जी लेंड पहली बार फाइनल पहुंचा है और किवी इस सुनहरे मौके यादगार बनाने में कतई कसर नहीं छोड़ेंगे.

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