एनएच 10 - हैवानियत का हाईवे

चन्द्रकांत शर्मा 

कलाकार: अनुष्का शर्मा, नील भूपलम, दर्शन कुमार
निर्माता: विक्रमादित्य मोटवानी, अनुष्का शर्मा, अनुराग कश्यप, विकास बहल व सुनील लुल्ला
निर्देशक: नवदीप सिंह,  कहानी: सुदीप शर्मा,  संगीत: अनिरबन चक्रवर्ती, संजीव-दर्शन

फिल्म ‘एनएच 10’ देखने से पहले यह भी जानना जरूरी है कि एनएच 10 हाईवे जाता कहां तक है? दिल्ली से हरियाणा और पंजाब जाने वाला 403 किलोमीटर लंबा हाईवे एनएच 10 है। हालांकि असल में यह हाईवे काफी साफ-सुथरा माना जाता है तथा लूट की वारदातें यहां न के बराबर ही सुनने में आती हैं परन्तु फिल्म ‘एनएच 10’ में जो हादसा दिखाया गया है, उसे देखने के बाद शायद ही आप एनएच 10 पर जाने की हिम्मत करें। फिल्म ‘एनएच 10’ असल में एक रोंगटे खड़े करने वाली हाॅरर फिल्म है। यह भूत-प्रेतों वाली हाॅरर फिल्म बिल्कुल नहीं है परन्तु इस फिल्म को चाहे आप दिन में देखें या रात में, भूत-प्रेतों वाली फिल्म से ज्यादा खौफ आपको महसूस होगा।

कहानी: फिल्म की शुरूआत होती है मीरा (अनुष्का शर्मा) से, जोकि गुड़गांव की एक कम्पनी में काम करती है। एक वारदात के बाद मीरा काफी ड़र जाती है। मीरा का पति अर्जुन ( नील भूपलम) मीरा का माइंड फ्रेश करने के लिए एक ट्रिप का प्लान करता है और दोनों ट्रिप के लिए निकल पड़ते हैं ‘एनएच 10’ हाईवे पर। रास्ते में जब वो एक ढ़ाबे पर रूकते हैं तो वहां कुछ लोग एक लड़के व लड़की को बुरी तरह से पीट रहे होते हैं। अर्जुन उनसे पूछता है कि यह क्या माजरा है। लड़की को पीट रहा युवक सतबीर (दर्शन कुमार) नील से कहता है कि यह मेरी बहन है और हमारे मामलें में हस्तक्षेप न करे। परन्तु अर्जुन उससे दोबारा फिर पूछता है तो सतबीर इस बार उसको एक थप्पड जड़ देता है। सतबीर व उसके साथी लड़के व लड़की को गाड़ी में बिठा कर चल पड़ते हैं। अर्जुन उनको सबक सिखाने के लिए उनका पीछे करते हुए उनके गांव पहुंच जाता है। गांव पहुंचकर जब वो उन लोगों को देखता है, तो उसके होश उड़ जाते हैं। सतबीर अपनी बहन व उस लड़के को निर्ममतापूर्वक राॅड से मार रहा होता है। यह सब देखकर जैसे ही अर्जुन भागने की कोशिश करता है, सतबीर व उसके साथी उन दोनों को पकड़ लेते हैं। किसी तरह से अर्जुन व मीरा भागने में कामयाब होते हैं परन्तु सतबीर व उसके साथी बुरी तरह से उनके पीछे पड़ जाते हैं। अब देखना यह है कि क्या सतबीर व उसके साथी उन दोनों को पकड़ पाते हैं? यह जानने के लिए तो आपको ‘एनएच 10’ पर ही निकलना पडे़गा।

अभिनय: अनुष्का शर्मा ने कमाल का अभिनय किया है। सतबीर के किरदार में भूषण कुमार ने पूरी जान डाली है। हालांकि भूषण के हिस्से में डायलाॅग कम आए हैं परन्तु उनकी आंखों में जो हैवानियत व क्रूरता दिखती है, वो वाकई काबिल-ए-तारीफ है। नील भूपलम ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है। दीप्ति नवल सरपंच के किरदार में पूरी तरह से फिट हैं। अन्य कलाकारों का काम भी सराहनीय है।

संगीतः फिल्म का संगीत फिल्म के हिसाब से उपयुक्त है। हालांकि गीत ‘छिल गए नैना’ केवल प्रोमोज में ही इस्तेमाल किया गया है। यह गाना फिल्म में नहीं है।

डायरेक्शन
: डायरेक्टर नवदीप सिंह का डायरेक्शन सराहनीय है। उन्होंने सभी कलाकारों से बखूबी काम लिया है परन्तु फिल्म काफी हिंसात्मक व क्रूर होने की वजह से यह खास दर्शक वर्ग को ही खींच पाएगी।

निष्कर्ष: फिल्म के कई सीन काट देने के बावजूद भी यह एक एडल्ट फिल्म है। इस फिल्म की कहानी अच्छी है परन्तु फिल्म काफी हिंसात्मक है। अगर आप एंटरटेनमेंट की चाह में इस फिल्म को देखने जा रहे हैं तो यह फिल्म आपके लिए कतई नहीं है। हालांकि फिल्म की रफ्तार अच्छी है परन्तु इस फिल्म को देखने के बाद आप काफी तनावपूर्ण महसूस करेंगे।

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