वर्ल्ड क्रिकेट टी २० मुकाबले के फाइनल में भारत का पलड़ा भारी, इतिहास रचने का सुनहरा मौका


एस. एस. डोगरा 

वर्ल्ड क्रिकेट टी २० मुकाबले के फाइनल में भारत पलड़ा भारी होगा. भारतीय क्रिकेट टीम ने इस वर्ष बांग्लादेश होने वाले पुरे टूर्नामेंट में चेम्पियन की भांति खेलकर आलोचक का मुहं बंद कर डाला. भारतीय टीम अपना खिताबी मैच श्री लंका के खिलाफ खिलेगी. यदि दोनों टीमों की तुलना की जाए तो भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में अपने चिरपरिचित प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को ७ विकेट से हराकर एक उम्दा शुरुआत की. उसके बाद गत वर्ष वर्ल्ड क्रिकेट टी २० की विजेता वेस्ट इंडीज को ही ७ विकेट से हराया. वहीँ अपने तीसरे मुकबले मैच में मेजबान टीम बांग्लादेश को 8 विकटों से रौंदकर एशिया कप की हार का बदला चूका दिया. जबकि लीग के अंतिम मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी ७३ रनों से हराकर अपनी मजबूती का अहसास करा दिया और सेमी फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका टीम को 6 विकेट से मात देकर फाइनल की ओर रुख किया. फाइनल तक का सफ़र तय करने में ऑफ़ स्पिनर आर. अश्विन की घातक गेंदबाजी करते हुए पांच मैचों में कुल १० विकेट लेकर लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने पहले दो मुकाबले में ही छ: विकेट तथा विराट कोहली ने कुल पांच मैच ३०९ बनाकर, उल्लेखनीय योगदान दिया है. वहीँ दूसरी ओर श्री लंका की टीम फाइनल मुकाबले में जरुर पहुंची है लेकिन यदि उसके फाइनल तक सफ़र पर नजर डाले तो भारत के मुकाबले कोई उम्दा प्रदर्शन नहीं किया है. अपने पहले मुकाबलेमें साउथ अफ्रीका को मात्र ५ रन से हराया, दुसरे मैच में नीदरलेंड जैसी कमजोर टीम को ९ विकेट से परास्त किया. जबकि अपने तीसरे मुकाबले में श्रीलंकाई चीतों को इंग्लैंड की टीम ने 6 विकेट से करारी शिकस्त दी. उसके बाद न्यूजीलेंड को ५९ रनों से हराया. और सेमी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. सेमी फाइनल में गत वर्ष वर्ल्ड क्रिकेट टी २० की विजेता केरिबियन टीम को हराकर बारिस से बाधित मैच में २७ रनों से जीतकर फाइनल में पहुँचने का मौका मिला. .श्रीलंकाई टीम भी अभी तक वर्ल्ड क्रिकेट टी २० नहीं जीता है, उनके पास अनुभवी बल्लेबाज कुमार संगकारा, जयवर्धने जैसे विस्फोटक बल्लेबाज तथा अजंता मेंडिस व् मलिंगा जैसे बेहतरीन गेंदबाज की बदौलत इस विश्व कप को जीतकर नया इतिहास रचने का प्रयास करेगी.

इस बार कुल १६ टीमों में से नेपाल व नीदरलेंड जैसी नई टीमों ने भी अपनी क्रिकेट प्रतिभा का भी भली भांति आभास करा दिया. जहाँ अपने लीग मैचों में नेपाल ने हांगकांग को ८० रनों से और अफ़ग़ानिस्तान को ९ रनों से हराया. जबकि नीदरलेंड ने भी सयुंक्त अरब अमीरात को 6 विकेट से तथा एक अन्य मुकाबले में आयरलेंड को भी 6 विकेट से हराकर क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जगह बनाने में जरुर कामयाबी मिली.

भारतीय टीम पिछले दिनों न्यूजीलेंड में टेस्ट व् एकदिवसीय मैचों में हारने के बाद, एशिया कप में भी मिली हार से ग्रस्त टीम ने पुनः विश्वास बनाया है. इसी आत्मविश्वास को मद्दे नजर रखते हुए भारतीय क्रिकेट टीम का मनोबल बढ़ा है. इस टूर्नामेंट में, भारतीय टीम द्वारा खेले गए सभी मैचों में उम्दा प्रदर्शन के आधार पर कहा जा सकता है कि टीम इंडिया एक बार फिर से वर्ल्ड क्रिकेट टी २० को जितने की प्रबल दावेदार है. भारतीय टीम ने वर्ष २००९ में वर्ल्ड क्रिकेट टी २० के पहले संस्करण में धोनी की कप्तानी में पाकिस्तान को हराकर वेस्ट इंडीज में तिरंगे को लहराया था. इस बार फिर से धोनी की कप्तानी में फाइनल जीतकर टीम इंडिया को एक नया इतिहास बनाने को मौका मिलेगा.

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