नैचुरोपैथी के क्षेत्र में यह अवार्ड डाॅ. सरोज मालू को दिया गया जो प्राकृतिक चिकित्सा, योग व ध्यान द्वारा स्वास्थ्य प्राप्ति के क्षेत्र में लोगों में जागरूकता फैलाने का महत्वपूण कार्य कर रही है। समारोह के मुख्य अतिथि श्री संदीप मारवाह (अध्यक्ष मारवाह स्टूडियो) के साथ जूरी मेम्बर पदमश्री शोभना नारायण, पदमश्री गीता चन्द्रन, न्यूट्री दीवा डाॅ. शिखा शर्मा व स्प्रिच्युअल हीलर पूनम सेठी की उपस्थिति व वूमेन इन्टीग्रेटी पर उनके सुदृढ़ विचारों ने कार्यक्रम की शोभा में चार चाँद लगा दिए।
‘डिवाइन लाइफ इंस्टीट्यूट’ की निर्देशक डाॅ. सरोज मालू जीवन की अनेक परतों का सूक्ष्म अध्ययन कर रोग को जड़ तक खत्म करने के लिए लोगों की मदद करने में वे सदा तत्पर रहती हैै। नैचुरोपैथी, योग व ध्यान का प्रचार-प्रसार करने हेतु विभिन्न वक्तव्य, कार्यशालाऐं व सेमिनार आयोजित कर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना व स्वस्थ खुशहाल समाज का निर्माण करना ‘डिवाइन लाइफ इंस्टीट्यूट’ का प्रमुख लक्ष्य है।
अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद, राजघाट की कार्यकारिणी सदस्या डाॅ. सरोज मालू ने बताया कि व्यक्ति प्राकृतिक जीवन का अनुसरण करके सदा स्वस्थ रह सकता है। आपके ‘मनके कितने पास’ व ‘रूपान्तरण जीवन का’ दो कविता संग्रह जहां समर्पण से ओतप्रोत है वहीं ‘स्वास्थ्य अभी और यहीं’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक स्वास्थ्य के विभिन्न आयामों को उजागर करने व जनमानस को स्वास्थ्य की बागडोर स्वयं के हाथों लेने में प्रेरित करने के लिए उपयोगी साबित हुई है।