बिजली कंपनियों में एकाधिकार खत्म किया जाएगा - राजेश गहलोट


दिल्ली विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में बिलकुल अलग नजर आ रहें हैं। यहां पहली बार त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं। वैसे तो दिल्ली में कुछ सीटों पर बसपा और कुछ अन्य दल त्रिकोणीय मुकाबला पहले भी बनाते रहे हैं। लेकिन इस बार माना जा रहा है कि प्रदेश स्तर पर तीन पार्टियां मुख्य मुकाबले में हैं। जनता भ्रष्टाचार और महंगाई से त्रस्त है आज भी अनेकों कालोनियां ऐसी हैं जहां पक्की सड़कों, साफ जल और अन्य बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव है। आज मटियाला विधानसभा से प्रत्याशी राजेश गहलोट का प्रचार कार्यक्रम सुबह से ही आरंभ हो चुका है। उनकी पदयात्रा गली नं0 1 से गली नं0 5-6 हनुमान रोड़ से होकर नवादा मैट्रों स्टेशन के पास से होती हुई गुरू हरि किशन नगर में पहुंची। वहां जनता को संबोधित करते हुए राजेश गहलोट ने दिल्ली सरकार की बिजली कंपनियों द्वारा बेतहाशा बढ़ाए गए बिजली के दामों में कटौती करवाना तथा तेज भागते बिजली मीटरों को बदलना एवम् बिजली की निजी कंपनियों पर लगाम लगाने की बात कहते हुए बताया कि दिल्ली सरकार ने कंपनी को बिजली पूर्ति का काम दिया हुआ है और इस कंपनी ने अपनी चार निजी कंपनियां खोल रखी है। जो बिजली में उपयोग होने वाली सामग्री पहले खुद खरीदती है फिर को बेचती है। कंपनी दोनो तरफ से मुनाफा कमा रही है। कंपनी की कभी आडिट नहीं होती, कंपनी को घाटे में दिखा रखा है। और उस घाटे की भरपाई दिल्ली सरकार कर रही है। ये कंपनियां देश को चूना लगा रही हैं। राजेश गहलोट ने उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार दूरसंचार में एकाधिकार खत्म होते ही कई कंपनियों की भागीदारी से काॅल दरें 16 रूपये से घटकर 1पैसा प्रति सैकंड सस्ती हो गई है। वैसे ही बिजली कंपनियों में एकाधिकार खत्म किया जाएगा जिससे कई कंपनियों के आने से उपभोक्ताओं के सामने सस्ती बिजली खरीदने के कई विकल्प मौजूद होंगे। गहलोट प्रचार के दौरान जिस भी जगह जा रहे हैं, उनसे यह जानकर कि पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी मटियाला विधानसभा में 23 नवंबर, शाम 4 बजे सैक्टर-14 डीडीए पार्क द्वारका में भाजपा प्रत्याशी राजेश गहलोट का समर्थन करने व दिल्ली देहात के हालातों का जायजा लेने आ रहे हैं, उनकी एक झलक देखने व उनकी गर्जना सुनने के लिए जनता में जिज्ञासा व खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस पदयात्रा में रमेश शर्मा, अशोक शर्मा, ओमप्रकाश चैहान, प्रकाश चंद जोशी, सूरजभान गहलोट, प्रीतमसिंह, इंद्रजीत सोलंकी, बी डी शर्मा, सतबीर मटियाला, सुरेंद्र मटियाला, सतबीर सौलंकी, करतार सिंह, शशिप्रभा, कुलदीप डबास, एवम् रामनिवास, प्रमुख रूप से शामिल थे।

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