अपनी शक्ति को पहचाने नारी: राजकुमार जैन


नारी शक्ति स्वरूपा है। जरुरत है  सिर्फ उन शक्तियों को पहचान कर उनका उचित प्रयोग करने की। यह बातें अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के फाउंडर चेयरमैन एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्री राजकुमार जैन ने कही। वे सामाजिक संस्था संपूर्णा द्वारा शालामार गांव में आयोजित महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण शिविर को बतौर मुख्यवक्ता संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संपूर्णा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्त्मान में महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं। आत्मरक्षा प्रशिक्षण से उनमें सुरक्षा की भावना जाग्रत होगी और वे राष्ट्र-समाज की उन्नति में और भी अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी।


श्री राजकुमार जैन ने कहा कि कुछ व्यवस्थागत खामियां हो सकती हैं लेकिन हमारे देश की महानता में आजभी कोई कमी नहीं है। लोकतंत्र में प्रत्येक मतदाता को व्यवस्था के लिए जवाबदेह प्रतिनिधि के चयन का अधिकार है। हमें भय अथवा लोभ की बजाय अपनी अंतरात्मा की आवाज पर सच्चे एवं ईमानदार जन-नेता का ही चयन करना चाहिए। जिससे देश की व्यवस्था सुदृढ़ हो और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।

राष्ट्र सेविका समिति की राष्ट्रीय कार्यवाहिका श्रीमती आशा शर्मा ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की उस देश के नागरिकों के चरित्र एवं संस्कार पर निर्भर होता है। अतः हमें इस ओर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। कार्यक्रम के दौरान स्लोगन राइटिंग कंपटीशन भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंत में संपूर्णा की अध्यक्षा श्रीमती तरुणा कटारिया ने सभी अतिथियों का आभार जताया।

Labels: , ,