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डॉक्टर ऍम डी गोस्वामी |
नारी के मूत्र संबधी रोग को लेकर उनमे आत्मसम्मान की कमी तथा लज्जा जैसी स्थिति उत्पन्न कर देता है ! यह रोग नारियों में चालीस वर्ष से अधिक उम्र के उपरांत, प्रसव के समय अत्यधिक दवाब (प्रेशर) देने पर, कच्ची उम्र में माँ बनने पर, हारमोंस अव्यवस्थित होने पर, बच्चे-दानी के बाहर आ जाने तथा बार बार पेशाब में संक्रमण से पैदा होता है! छींक मारते हुए, खासी करते समय, वजन उठाते हुए, मंथली के उपरांत भी लगातार रक्तश्राव होना तथा कभी-कभी शौचालय पहुचने से पहले ही पेशाब का निकल जाना आदि उक्त बीमारी के आम लक्षण है! डॉक्टर ऍम डी गोस्वामी (सेवानिवृत सफदरजंग अस्पताल,दिल्ली), वरिष्ट प्रसुतिशास्त्री (नारी रोग विशेषज्ञ) पिछले लगभग तीस वर्षो के अनुभव के साथ, नारियों को उक्त रोग से छुटकारा दिलाने में उल्लेखनीय योगदान के लिए देश-विदेशो में जाने जाते है! डॉक्टर गोस्वामी ने हाल ही में भगत चन्द्रा अस्पताल, द्वारका को ज्वाइन किया है! डॉक्टर गोस्वामी की ही देखरेख में, इस रोग से मुक्ति दिलाने में भगत चन्द्रा अस्पताल, द्वारका का नारी स्वास्थ्य केंद्र एक अहम् भूमिका अदा कर रहा है! और अधिक जानकारी के लिए ४५२५४५२५ पर संपर्क करें! Labels: Bhagat Chandra Hospital, Health, Health problems, Women issues