गंभीर भूमिका करना चाहती है: कंगना

प्रेमबाबू शर्मा


फिल्मों में हाट सीन करते करते उब चुकी बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणावत अब फिल्मों में गंभीर और लीक से हटकर फिल्में करना चाहती है वही  निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखना चाहती हैं और फिल्म के लिए उनके दिमाग में एक पटकथा भी है। कंगना ने यह बात अपनी फिल्म नॉक आउट के प्रमोशन के मौके पर कही । इस फिल्म के बारे में कंगना ने बताया कि वे इसमें एक पत्रकार की भूमिका में है। उनके अलावा संजय दत्त और इरफान खान ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। इस फिल्म में कंगना के अभिनय को ठीक ही बताया जा रहा है लेकिन कंगना कहती है कि यह मेरी अन्य फिल्मों के किरदार से हट कर है।

इन दिनों कंगना ने रोमांटिक की अपेक्षा गंभीर भूमिकाओं  को महत्व देना शुरू   कर दिया है। नाक आउट में पत्रकार की भूमिका के बाद में अनिल कपूर की फिल्म नो प्रॉब्लम में वे हास्य किरदार को निभा रही है। कंगना सफाई देती है कि मुझे किसी एक किरदार की अपेक्षा विविधतापूर्ण निभाना ज्यादा पंसद  है। साथ ही कहती है कि इस फिल्म में मेरा कामेडी सैंस कमाल का है  लेकिन इसका श्रेय जाता है अनीस बज्मी को।
कंगना ने उनकी ज्यादातर फिल्मों में गैर-पारंपरिक भूमिकाएं निभाई हैं। उनकी जल्द रीलिज फिल्मों  डबल धमाल, नो प्रॉब्लम और तनु वेड्स मनु रास्कल्स, गेम और तेज में उनका बहुरंगीय अभिनय देखने को मिलेगा।

तेईस वर्षीय कंगना ने गैंग्स्टर- ए लव स्टोरी (2006) फिल्म से बॉलीवुड में अपने करियर शुरुआत की थी। निर्देशक अनुराग बसु की इस फिल्म में वह एक माफिया (शाइनी आहूजा) की प्रेमिका थीं। कंगना को उनके इस अभिनय के लिए काफी प्रशंसा मिली थी।

इसके बाद उन्होंने महेश भट्ट की फिल्म वो लम्हे में अभिनय किया। उन्होंने बसु की फिल्म लाइफ इन ए मेट्रो में भी अभिनय किया लेकिन फिल्मकार मधुर भंडारकर की फिल्म फैशन ने उन्हें बहुत ख्याति दिलाई। इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। कंगना कहती है कि यह एक यात्रा थी, मैं फिल्मोद्योग में तब आई थी जब मैं केवल 17 साल की थी, उस समय मुझे वास्तव में नहीं पता था कि किस तरह का काम करना चाहिए। मैं भाग्यशाली थी कि गैंग्स्टर बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। मुझे कई पुरस्कार मिले और मुझे एक और मौका मिला। साथ ही कहती है कि अभिनय के प्रारंभिक दौर मे मुझे फिल्म चयन के बारे में अनुभव नही था और बिना सोच समझे फिल्में साईन करती रही। नजीता मैं बी और सी ग्रेड  की फिल्मों तक सिमट कर रह गयी। आज इस बात का दुख भी है लेकिन सोचती हूँ  कि आज मेरी पहचान भी उन्ही फिल्मों की बदौलत है।

कंगना ने कहा कि मेरा करियर जिस तरह से बढ़ रहा है उससे मैं खुश हूं लेकिन भविष्य की बात करें तो मैं जल्दी ही एक फिल्म का निर्देशन करना चाहूंगी। मेरे दिमाग में एक पटकथा है। देखते हैं कि आगे क्या होता है।

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